बुधवार, 31 मार्च 2021
Saina Movie Review In Hindi
साइना मूवी रिव्यू
साइना नेहवाल द देसी बैडमिंटन चैंपियन इनकी जिंदगी पे फिल्म बनके रिलीज होगी है।
पहेली बात कर लेते है साइना की ये लड़की एकदम बवाल है। पूरी दुनिया की सबसे बेहतरीन बेटमिंटन खिलाड़ी है। 2015 मे वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी है।
अब बात करते है, फिल्म की तोह इसमें साइना का रोले प्ले कर रही है, परिणीति चोपड़ा। पहले दुनिया को अपने टैलेंट की पहेचान करना बादमें सामने खड़े होने वाले धुस्मन को चित्त करना फिर प्यार कि कुर्बानी देना और लास्ट में फाइनली अपने नाम के आगे चैंपियन लगाना बस इसमें पूरी फिल्म ख़तम।
Saina Movie
अब बात करते है फिल्म देखनी चाहिए कि नहीं। तोह इसका जवाब हा भी ह और ना भी ।
पहेली हा की बात कर लेते है। अगर मोटीवेशन वाले वीडियो देखते हो तोह ये फिल्म आपके लिए परफेक्ट है, दो घंटे सिर्फ अच्छी बाते सीखने को मिलेगी। जैसे कि जिंदगी की लड़ाई कैसे लदनी है। गिरकर कैसे उठना है।
अब ना की बात कर लेते है, सबसे बड़ी प्रॉब्लम है, कास्टिंग परिणीति अच्छी एक्टर तोह है, लेकिन वो साइना के रोल में फिट नहीं होरी है।
इनके चलने का स्टाइल, बोलने का स्टाइल, बैडमिंटन से प्यार सब अलग है। पूरी फिल्म साइना का केरेक्टर कहीं दिख ही नहीं रहा है। सिर्फ परिणीति का चेहरा ही दिमाग में घूमता है।
जैसे एम एस धोनी में सुशांत ने धोनी का केरेक्टर पकड़ा था। लॉग गए तो धोनी को देखने थे पर शुशंट के फैन बन गए थे।
फिल्म में कहीं भी शुशांत को हीरो बनाने की कोशिश नहीं की थी। सिर्फ धोनी बनाने की कोशिश की थी।
ऐसा कुछ भी इस फिल्म में नहीं दिखा। ना कोई स्ट्रगल ना कोई नीचे से ऊपर जाने का सफर। हर 5 मिनट में एक मैच दिखाते है, जो साइना जीत जाती है।
फिल्म के डायरेक्टर ने सिर्फ साइना के मॉल पे ध्यान दिया है, हर फ्रेम मे मॉल का साइज बदल रहा है।
लेकिन सपोर्टिंग कास्ट ने दिल जीत लिया है, स्पेशली साइना की मा ने और मानव कोल थे कोच सर।
इंशोरट साइना एक टाइमपास मूवी है, लाइफ मे मोटीवेशन की कमी है, जोश चाइए या फिर सिर्फ खुशियां ढूंढ रहे हो तो अभी जाके फिल्म देखलो।
मेरी तरफ से फिल्म को सिर्फ 2 स्टार। एक स्टार मेघना और मानव के जोड़ी के लिए। और एक स्टार साइना के रियल लाइफ स्टोरी को रील कि थ्रू इंस्पिरेशन के जैसे शोकेस करने के लिए।
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